Ration Card Holders – अगर आप राशन कार्ड धारक हैं और अभी तक अपने परिवार के सभी सदस्यों की ई-केवाईसी (e-KYC) पूरी नहीं करवाई है, तो यह खबर आपके लिए बहुत जरूरी है। सरकार ने साफ कर दिया है कि मार्च से ई-केवाईसी अधूरी होने पर राशन नहीं मिलेगा। इतना ही नहीं, जिन सदस्यों की ई-केवाईसी पूरी नहीं हुई है, उनके नाम राशन कार्ड से हटा दिए जाएंगे। अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या ई-केवाईसी कराने का कोई और तरीका बचा है या फिर इन परिवारों को राशन से हाथ धोना पड़ेगा? आइए, इस पूरी खबर को विस्तार से समझते हैं।
क्यों जरूरी है ई-केवाईसी?
सरकार ने राशन कार्ड से जुड़े फर्जीवाड़े को रोकने और सिस्टम को पारदर्शी बनाने के लिए ई-केवाईसी अनिवार्य कर दी थी। इस प्रक्रिया के तहत सभी राशन कार्ड धारकों को अपने और अपने परिवार के सदस्यों का आधार वेरिफिकेशन कराना था, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि राशन का लाभ सही लोगों तक पहुंचे।
ई-केवाईसी की प्रक्रिया जून 2023 में शुरू हुई थी और इसके लिए सरकार ने लोगों को पूरे आठ महीने का समय दिया। लेकिन अब भी बहुत सारे लोगों की ई-केवाईसी अधूरी रह गई है, जिसकी वजह से उन्हें राशन मिलने में दिक्कत हो सकती है।
ई-केवाईसी पोर्टल बंद, अब क्या होगा?
अब सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि 13 फरवरी से ई-केवाईसी करने वाला पोर्टल बंद कर दिया गया है। इसका मतलब है कि जिन लोगों ने अभी तक अपनी ई-केवाईसी नहीं करवाई थी, वे अब इसे पूरा नहीं कर सकते।
अभी तक के आंकड़ों के मुताबिक:
- 38,78,110 सदस्यों में से सिर्फ 28,95,735 सदस्यों की ही ई-केवाईसी पूरी हो सकी है।
- करीब 9,82,375 सदस्यों की ई-केवाईसी अभी भी बाकी है।
- अगर पोर्टल दोबारा नहीं खुला, तो इन सदस्यों को राशन नहीं मिलेगा।
अब सरकार पर दबाव है कि वह इस मामले को हल करे, लेकिन अभी तक कोई नया अपडेट नहीं आया है।
किन जिलों में सबसे ज्यादा असर पड़ेगा?
मंडल के चार जिलों में कुल 9,75,184 राशन कार्ड धारक हैं, जिनमें से कई इस समस्या से प्रभावित होंगे। सबसे ज्यादा असर इन जिलों पर पड़ेगा:
- बांदा – 3,52,284 राशन कार्ड धारक
- चित्रकूट – 1,98,018 राशन कार्ड धारक
- हमीरपुर – 2,36,378 राशन कार्ड धारक
- महोबा – 1,88,504 राशन कार्ड धारक
इन जिलों के हजारों राशन कार्ड धारकों को अब मार्च से राशन मिलने में परेशानी हो सकती है।
ई-केवाईसी प्रक्रिया क्यों पूरी नहीं हो पाई?
सरकार ने राशन वितरकों (कोटेदारों) के पास ई-पाश मशीन लगाई थी, जिससे राशन कार्ड धारकों की ई-केवाईसी करवाई जा रही थी। कई कोटेदारों ने तो घर-घर जाकर यह काम किया, लेकिन फिर भी करीब 25% सदस्यों की ई-केवाईसी पूरी नहीं हो पाई।
इसके पीछे कुछ मुख्य वजहें थीं:
- तकनीकी दिक्कतें – कई बार सर्वर डाउन रहने की वजह से ई-केवाईसी की प्रक्रिया बाधित हुई।
- अWARENESS की कमी – कई लोग अब भी इस प्रक्रिया से अनजान थे और उन्हें इसकी अंतिम तारीख का पता नहीं था।
- दस्तावेजों की समस्या – कई परिवारों के आधार कार्ड या अन्य दस्तावेज अप टू डेट नहीं थे, जिसकी वजह से ई-केवाईसी नहीं हो सकी।
- लंबी लाइनें और देरी – राशन दुकानों पर भारी भीड़ होने के कारण कई लोगों की ई-केवाईसी समय पर नहीं हो पाई।
सरकार ने इस समस्या को ध्यान में रखते हुए अंतिम तारीख दो बार बढ़ाई, लेकिन इसके बावजूद सभी राशन कार्ड धारक ई-केवाईसी पूरी नहीं कर पाए।
क्या मार्च से राशन मिलना बंद हो जाएगा?
अगर सरकार ई-केवाईसी पोर्टल को दोबारा नहीं खोलती है, तो मंडल के 9,82,375 सदस्यों को मार्च से राशन नहीं मिलेगा। यह स्थिति हजारों परिवारों के लिए परेशानी का कारण बन सकती है।
फिलहाल, खाद्य विभाग सरकार के नए निर्देशों का इंतजार कर रहा है। लेकिन अगर सरकार कोई समाधान नहीं निकालती है, तो उन लोगों को राशन से वंचित होना पड़ेगा, जिन्होंने अपनी ई-केवाईसी पूरी नहीं करवाई।
राशन कार्ड धारकों के पास क्या विकल्प हैं?
अगर आपकी ई-केवाईसी अभी तक नहीं हुई है, तो आपको तुरंत कुछ कदम उठाने होंगे, ताकि राशन से वंचित न हों।
- अपने कोटेदार से संपर्क करें – पता करें कि कोई वैकल्पिक तरीका है या नहीं।
- खाद्य विभाग कार्यालय जाएं – अपने जिले के खाद्य विभाग में जाकर जानकारी लें कि आगे क्या किया जा सकता है।
- सरकारी अपडेट्स पर नजर रखें – अगर सरकार पोर्टल दोबारा खोलती है, तो तुरंत ई-केवाईसी करवा लें।
- समय पर दस्तावेज अपडेट करवाएं – अगर आपका आधार या अन्य दस्तावेज अपडेट नहीं हैं, तो उन्हें ठीक करवाएं ताकि भविष्य में ऐसी दिक्कत न आए।
राशन कार्ड धारकों के लिए यह मुश्किल वक्त हो सकता है, खासकर उनके लिए जो अब तक ई-केवाईसी पूरी नहीं करवा पाए हैं। सरकार ने यह कदम फर्जीवाड़ा रोकने के लिए उठाया है, लेकिन इससे हजारों गरीब परिवारों को भी परेशानी हो सकती है।
अब सवाल यह है कि क्या सरकार आखिरी मौके पर पोर्टल को फिर से खोलेगी या लाखों राशन कार्ड धारकों को इस संकट का सामना करना पड़ेगा? फिलहाल, इसका जवाब किसी के पास नहीं है, लेकिन राशन कार्ड धारकों को सतर्क रहने और सरकारी निर्देशों पर नजर बनाए रखने की जरूरत है।