Public Holiday – होली का त्योहार आने वाला है और इस बार झारखंड के सरकारी कर्मचारियों और स्कूली छात्रों के लिए खुशखबरी है। झारखंड सरकार ने 13 और 14 मार्च को सरकारी दफ्तरों और स्कूलों में विशेष अवकाश की घोषणा की है। इसके बाद 15 और 16 मार्च को वीकेंड पड़ने के कारण कुल मिलाकर चार दिन की लंबी छुट्टी मिल रही है। ऐसे में सरकारी कर्मचारी और छात्र इस मौके का पूरा फायदा उठा सकते हैं और होली का मजा दोगुना हो जाएगा।
झारखंड विधानसभा की कार्यवाही भी स्थगित
होली के उत्साह को देखते हुए झारखंड विधानसभा की कार्यवाही भी 12 मार्च से 17 मार्च तक स्थगित कर दी गई है। पहले यह स्थगन 16 मार्च तक था, लेकिन बाद में इसे एक दिन और बढ़ाकर 17 मार्च कर दिया गया। इससे विधायक और विधानसभा से जुड़े अधिकारी-कर्मचारी भी त्योहार का पूरा आनंद ले सकेंगे। यह निर्णय इसलिए भी लिया गया ताकि इस खास मौके पर सभी लोग अपने परिवार के साथ समय बिता सकें और त्योहार का जश्न मना सकें।
होली की तिथियों को लेकर भ्रम
अगर धार्मिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो इस बार होली 15 मार्च को मनाई जानी है, लेकिन सरकारी अवकाश 13 और 14 मार्च को घोषित किए गए हैं। इस कारण 15 मार्च को कई सरकारी दफ्तरों में उपस्थिति कम रहने की संभावना है। आमतौर पर लोग त्योहार के दिन ही छुट्टी लेकर इसे मनाना पसंद करते हैं, इसलिए संभावना है कि कई कर्मचारी 15 मार्च को दफ्तर न आएं।
बैंक कर्मचारियों की छुट्टी की मांग
बैंक कर्मचारियों की यूनियन ने सरकार से मांग की है कि झारखंड में भी बिहार की तरह 14 और 15 मार्च को अवकाश दिया जाए। इससे बैंक कर्मचारियों को भी इस त्योहार का पूरा आनंद लेने का मौका मिलेगा। फिलहाल बैंकिंग सेवाएं 14 मार्च को बंद रहेंगी, लेकिन अगर यह प्रस्ताव मंजूर हो जाता है तो 15 मार्च को भी बैंक बंद हो सकते हैं। इससे बैंक कर्मचारियों को भी चार दिन का लंबा ब्रेक मिल जाएगा।
लंबी छुट्टी का सामाजिक प्रभाव
चार दिनों की इस लंबी छुट्टी का लोगों के सामाजिक जीवन पर अच्छा प्रभाव पड़ेगा। अधिकतर लोग इस समय का उपयोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ बिताने में करेंगे। कुछ लोग घर पर रहकर अपनों के साथ त्योहार का मजा लेंगे तो कुछ लोग घूमने-फिरने की योजना बनाएंगे। खासतौर पर जो लोग नौकरी या पढ़ाई के कारण अपने घर से दूर रहते हैं, उन्हें यह अवसर अपने परिवार के साथ क्वालिटी टाइम बिताने का मिलेगा।
इसके अलावा, लंबी छुट्टी होने के कारण बाजारों में भी चहल-पहल बढ़ने की संभावना है। लोग होली की खरीदारी के लिए बाजारों का रुख करेंगे, जिससे व्यापारियों को भी फायदा होगा। मिठाइयों, रंगों और होली से जुड़े अन्य सामानों की बिक्री में इजाफा देखने को मिल सकता है।
परिवार और दोस्तों के साथ क्वालिटी टाइम
हर साल होली का त्योहार लोगों को एक-दूसरे के करीब लाने का काम करता है। चार दिनों की छुट्टी होने से लोग रिश्तेदारों और दोस्तों के साथ समय बिता सकते हैं, जिसे आम दिनों में ऑफिस और पढ़ाई की वजह से मैनेज करना मुश्किल होता है। होली मिलन समारोह, पारंपरिक व्यंजन और गाने-बजाने का सिलसिला इस बार ज्यादा जोश और उत्साह के साथ देखने को मिलेगा।
लंबे ब्रेक का फायदा उठाकर कई लोग अपने गांव या होली के खास आयोजन वाले शहरों का रुख भी कर सकते हैं। ऐसे में ट्रेनों और बसों में भीड़ बढ़ने की संभावना है, इसलिए अगर आप भी सफर करने की सोच रहे हैं तो टिकट पहले से बुक कर लेना बेहतर रहेगा।
होली का असली मजा
होली सिर्फ रंगों का नहीं, बल्कि मेल-जोल और मस्ती का भी त्योहार है। इस समय लोग पुराने गिले-शिकवे भुलाकर एक-दूसरे के साथ खुशियां बांटते हैं। खासतौर पर बच्चों और युवाओं के लिए यह त्योहार बहुत खास होता है। इस मौके पर पारंपरिक पकवान जैसे गुजिया, दही भल्ले, पापड़, ठंडाई और अन्य मिठाइयां खाने को मिलती हैं।
समाज में सकारात्मक बदलाव
इस तरह की लंबी छुट्टियां समाज में एक अच्छा बदलाव भी लाती हैं। लोग त्योहारों के दौरान तनावमुक्त होकर अपने करीबियों के साथ समय बिताते हैं, जिससे रिश्तों में मजबूती आती है। साथ ही, जब लोग परिवार के साथ समय बिताते हैं तो उनकी मानसिक सेहत भी बेहतर होती है।
सरकार का यह फैसला न सिर्फ सरकारी कर्मचारियों के लिए फायदेमंद है, बल्कि पूरे समाज पर इसका अच्छा असर देखने को मिलेगा। त्योहारों का असली मकसद ही यही होता है कि लोग अपने बिजी शेड्यूल से थोड़ा समय निकालकर अपनों के साथ खुशियों के पल बिता सकें। इस बार होली पर झारखंड के लोग निश्चित रूप से इसे खुलकर एंजॉय कर पाएंगे।