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रजिस्ट्री के बाद ये काम भूल गए तो हाथ से जाएगी प्रॉपर्टी! तुरंत करें ये जरूरी काम Property Registry

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Property Registry – अगर आपने हाल ही में कोई प्रॉपर्टी खरीदी है या खरीदने की सोच रहे हैं, तो सिर्फ रजिस्ट्रेशन कराना ही काफी नहीं है। कई लोग यह मान लेते हैं कि रजिस्ट्रेशन के बाद उनकी प्रॉपर्टी पूरी तरह से सुरक्षित हो गई, लेकिन एक जरूरी प्रक्रिया को नजरअंदाज करने से भविष्य में बड़ी परेशानी हो सकती है। यह गलती आपको कानूनी पचड़े में डाल सकती है और यहां तक कि आपकी प्रॉपर्टी भी खतरे में पड़ सकती है।

रजिस्ट्रेशन के बाद क्या करना जरूरी है?

प्रॉपर्टी खरीदने के बाद उसका नाम सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज कराना बेहद जरूरी होता है। इसे म्यूटेशन (Mutation) या दाखिल-खारिज कहा जाता है। यदि आपने यह प्रक्रिया पूरी नहीं की, तो कानूनी रूप से आप प्रॉपर्टी के मालिक नहीं माने जाएंगे। इससे यह खतरा रहता है कि कोई और उस प्रॉपर्टी पर दावा कर सकता है या पुराना मालिक इसका गलत इस्तेमाल कर सकता है।

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म्यूटेशन क्यों जरूरी है?

रजिस्ट्रेशन केवल यह साबित करता है कि आपने प्रॉपर्टी खरीदी है, लेकिन असली मालिकाना हक तब मिलता है जब आपका नाम सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज होता है। यदि म्यूटेशन नहीं कराया गया, तो:

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  • पुराना मालिक कानूनी रूप से अभी भी प्रॉपर्टी का हकदार माना जा सकता है।
  • संपत्ति विवादों का सामना करना पड़ सकता है।
  • कोई भी धोखाधड़ी करके प्रॉपर्टी को दोबारा बेच सकता है।
  • भविष्य में प्रॉपर्टी बेचते समय दिक्कतें आ सकती हैं।

म्यूटेशन कैसे कराया जाए?

  1. जरूरी दस्तावेज जमा करें: रजिस्ट्री पेपर, सेल डीड, टैक्स रसीद, आधार कार्ड आदि।
  2. स्थानीय नगर निगम या तहसील कार्यालय जाएं: वहां म्यूटेशन फॉर्म भरें और जरूरी दस्तावेज संलग्न करें।
  3. फीस का भुगतान करें: यह स्थान और प्रॉपर्टी के आधार पर अलग-अलग हो सकता है।
  4. प्रक्रिया पूरी होने के बाद म्यूटेशन सर्टिफिकेट प्राप्त करें।

प्रॉपर्टी खरीदने से पहले किन डॉक्यूमेंट्स की जांच करें?

  1. टाइटल डीड: इससे पता चलता है कि प्रॉपर्टी का असली मालिक कौन है और उस पर कोई कानूनी विवाद तो नहीं है।
  2. लोन और बकाया रकम की स्थिति: सुनिश्चित करें कि प्रॉपर्टी पर कोई कर्ज या बकाया न हो।
  3. लेआउट और नक्शे की जांच: यह देखें कि प्रॉपर्टी वैध रूप से स्वीकृत है या नहीं।
  4. NOC (अनापत्ति प्रमाण पत्र): सोसाइटी या बिल्डर से NOC लेकर सुनिश्चित करें कि प्रॉपर्टी पर कोई विवाद नहीं है।

प्रॉपर्टी खरीदना एक बड़ी निवेश की प्रक्रिया होती है, लेकिन सिर्फ रजिस्ट्रेशन कराने से आपका काम खत्म नहीं होता। म्यूटेशन कराना अनिवार्य है ताकि भविष्य में किसी भी कानूनी समस्या से बचा जा सके। अगर आप प्रॉपर्टी खरीदने का सोच रहे हैं, तो ऊपर बताए गए सभी दस्तावेजों की जांच जरूर करें। यह एक छोटा कदम है, लेकिन इससे आपकी संपत्ति पर आपका हक पूरी तरह सुरक्षित रहेगा।

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