Petrol Diesel Rate – अगर आप रोजाना पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर नजर रखते हैं, तो आपके लिए अच्छी खबर है। 13 फरवरी की सुबह सरकारी तेल कंपनियों ने नए रेट जारी कर दिए हैं। इस बार कुछ शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में थोड़ी नरमी देखने को मिली है, जबकि कुछ जगहों पर मामूली बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े शहरों में कोई बदलाव नहीं हुआ।
क्या बढ़ी या घटी कीमतें? जानें अपने शहर के रेट
गाजियाबाद में इस बार पेट्रोल 12 पैसे महंगा हो गया और अब इसकी कीमत ₹94.70 प्रति लीटर हो गई है। डीजल भी 14 पैसे महंगा हो गया।
नोएडा और ग्रेटर नोएडा में पेट्रोल की कीमत में 10 पैसे की गिरावट आई है, जबकि डीजल 12 पैसे सस्ता हो गया।
पटना में भी पेट्रोल और डीजल दोनों के दाम घटे हैं।
दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में कोई बदलाव नहीं हुआ है, यानी यहां पेट्रोल-डीजल के दाम स्थिर बने हुए हैं।
अगर आप अपने शहर की ताजा कीमतें जानना चाहते हैं, तो SMS के जरिए या तेल कंपनियों की वेबसाइट पर जाकर पता कर सकते हैं।
क्यों बदलती हैं पेट्रोल-डीजल की कीमतें?
भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें कई फैक्टर्स पर निर्भर करती हैं। इनमें सबसे अहम है अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत। जब दुनिया में कच्चे तेल की कीमत बढ़ती है, तो भारत में भी पेट्रोल-डीजल महंगा हो जाता है।
हाल ही में वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आई है। ब्रेंट क्रूड और WTI क्रूड की कीमतें घटी हैं, जिसका असर भारतीय बाजार पर भी पड़ रहा है। हालांकि, यह असर हर शहर में एक जैसा नहीं होता।
महानगरों में स्थिरता, लेकिन बाकी जगह हलचल
दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता जैसे बड़े शहरों में इस बार कीमतें नहीं बदलीं, लेकिन छोटे शहरों में उतार-चढ़ाव देखने को मिला।
इसका असर यह हुआ कि कुछ जगहों पर लोग राहत महसूस कर रहे हैं, जबकि कुछ जगहों पर उन्हें थोड़ी ज्यादा कीमत चुकानी पड़ रही है।
हर रोज सुबह 6 बजे क्यों अपडेट होती हैं कीमतें?
बहुत से लोग सोचते हैं कि पेट्रोल-डीजल के रेट हर रोज क्यों बदलते हैं? इसका कारण यह है कि भारत में डेली प्राइसिंग सिस्टम लागू है।
मतलब यह कि हर रोज सुबह 6 बजे तेल कंपनियां अंतरराष्ट्रीय बाजार की कीमतों के आधार पर नए रेट जारी करती हैं।
इन कीमतों में कई तरह के टैक्स और खर्चे शामिल होते हैं, जैसे
- एक्साइज ड्यूटी – केंद्र सरकार द्वारा लिया जाने वाला टैक्स।
- डीलर कमीशन – पेट्रोल पंप मालिकों को मिलने वाला कमीशन।
- वैट (VAT) – राज्य सरकार द्वारा लिया जाने वाला टैक्स।
- अन्य खर्चे – ट्रांसपोर्टेशन और डिस्ट्रीब्यूशन से जुड़े खर्च।
यही वजह है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम गिरने के बावजूद, पेट्रोल-डीजल की कीमतें बहुत ज्यादा नहीं घटतीं।
पेट्रोल-डीजल की कीमतें जानने का सबसे आसान तरीका
अगर आप रोजाना अपने शहर में पेट्रोल और डीजल की कीमतें जानना चाहते हैं, तो SMS के जरिए या तेल कंपनियों की वेबसाइट से अपडेट ले सकते हैं।
- IOC (इंडियन ऑयल) के लिए – RSP<स्पेस>डीलर कोड 9224992249 पर भेजें।
- BPCL (भारत पेट्रोलियम) के लिए – RSP<स्पेस>डीलर कोड 9223112222 पर भेजें।
- HPCL (हिंदुस्तान पेट्रोलियम) के लिए – HPPRICE<स्पेस>डीलर कोड 9222201122 पर भेजें।
इसके अलावा, पेट्रोल पंप पर मौजूद रेट बोर्ड पर भी ताजा कीमतें देखी जा सकती हैं।
क्या आगे भी घटेंगी पेट्रोल-डीजल की कीमतें?
यह पूरी तरह कच्चे तेल की वैश्विक कीमतों और सरकार की टैक्स पॉलिसी पर निर्भर करता है।
अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में और गिरावट आती है, तो भारत में भी पेट्रोल-डीजल सस्ता हो सकता है। लेकिन अगर सरकार टैक्स नहीं घटाती, तो कीमतों में ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा।
इस बार 13 फरवरी को जारी हुए पेट्रोल-डीजल के नए रेट्स में कुछ शहरों में राहत मिली है, तो कुछ जगहों पर हल्की बढ़ोतरी देखी गई।
- गाजियाबाद में पेट्रोल महंगा हुआ, जबकि नोएडा में सस्ता।
- पटना में भी कीमतों में गिरावट आई।
- दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में कोई बदलाव नहीं हुआ।
अगर आप रोजाना पेट्रोल-डीजल की कीमतें जानना चाहते हैं, तो SMS या वेबसाइट से अपडेट ले सकते हैं।
अगले कुछ हफ्तों में अगर कच्चे तेल की कीमतें गिरती रहीं, तो हो सकता है कि देशभर में पेट्रोल-डीजल के रेट और कम हो जाएं। तो अपनी गाड़ी की टंकी भरवाने से पहले एक बार ताजा रेट जरूर चेक करें!