EPFO Pension Rules – अगर आप नौकरी करते हैं और PF यानी प्रोविडेंट फंड खाते में हर महीने पैसा जमा कर रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए बहुत जरूरी है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानी EPFO ने पेंशन से जुड़े कुछ अहम नियम बनाए हैं, जिनके बारे में हर कर्मचारी को पता होना चाहिए।
कई लोग नौकरी छोड़ने के बाद या किसी जरूरत के चलते PF का पूरा पैसा निकाल लेते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसा करने से आपको पेंशन का लाभ नहीं मिलेगा। अगर आप दस साल से ज्यादा EPFO में योगदान करते हैं, तो आपको पेंशन का हक मिलता है, लेकिन एक तय सीमा से ज्यादा पैसा निकालने पर आप इस लाभ से वंचित हो सकते हैं।
तो चलिए, विस्तार से जानते हैं कि EPFO के नए नियम क्या कहते हैं और किन लोगों को पेंशन मिलती है।
PF खाते में हर महीने कितना पैसा जमा होता है
सबसे पहले यह समझते हैं कि PF खाते में पैसे जमा होने का सिस्टम कैसे काम करता है
- हर महीने आपकी सैलरी का बारह प्रतिशत हिस्सा आपके PF खाते में जमा होता है
- आपकी कंपनी भी उतना ही योगदान देती है यानी बारह प्रतिशत
- लेकिन कंपनी के इस बारह प्रतिशत योगदान में से
- आठ दशमलव तीन तीन प्रतिशत हिस्सा EPS यानी कर्मचारी पेंशन योजना में जाता है
- बाकी तीन दशमलव छह सात प्रतिशत सीधे आपके PF खाते में
इसका मतलब है कि PF का पैसा और पेंशन फंड अलग-अलग होते हैं। अगर आप PF का पूरा पैसा निकाल लेते हैं और EPS फंड बरकरार रहता है, तो आपको पेंशन मिल सकती है। लेकिन अगर आपने EPS का पैसा भी निकाल लिया, तो फिर आपको कोई पेंशन नहीं मिलेगी।
कब नहीं मिलेगी पेंशन
अगर कोई कर्मचारी दस साल तक लगातार PF में योगदान करता है, तो वह पेंशन के लिए योग्य बन जाता है। लेकिन अगर आप
- PF का पूरा पैसा निकाल लेते हैं, लेकिन EPS का पैसा नहीं छूते, तो आपको पेंशन मिल सकती है
- लेकिन अगर आप PF और EPS दोनों के पैसे निकाल लेते हैं, तो आपको पेंशन नहीं मिलेगी
यानि, अगर आपको रिटायरमेंट के बाद नियमित रूप से पेंशन चाहिए, तो EPS के पैसे को हाथ न लगाएं
किस उम्र में मिल सकती है पेंशन
EPFO के नियमों के मुताबिक
- कोई भी कर्मचारी पचास साल की उम्र के बाद पेंशन के लिए आवेदन कर सकता है
- लेकिन अगर आप साठ साल की उम्र तक इंतजार करते हैं, तो आपको पूरी पेंशन का लाभ मिलेगा
अगर आप पचास साल की उम्र में पेंशन क्लेम करते हैं, तो आपको कम राशि मिलेगी। इसलिए ज्यादा फायदा पाने के लिए साठ साल तक इंतजार करना बेहतर होता है
किन लोगों को मिलती है पेंशन
- अगर आपने दस साल तक EPFO में योगदान दिया है, तो आप पेंशन के हकदार होंगे
- पचास साल की उम्र के बाद आप पेंशन क्लेम कर सकते हैं
- साठ साल की उम्र में पूरी पेंशन का फायदा मिलेगा
- अगर आपने EPS का पूरा पैसा निकाल लिया है, तो पेंशन नहीं मिलेगी
PF और पेंशन के नए नियम क्यों जरूरी हैं
EPFO के नए नियमों से कर्मचारियों को अपने PF और पेंशन फंड को लेकर जागरूक करने की कोशिश की गई है
- कई लोग नौकरी बदलते समय PF का पूरा पैसा निकाल लेते हैं, जिससे उनका EPS फंड भी खत्म हो जाता है और उन्हें पेंशन नहीं मिलती
- लेकिन अगर आप PF खाते का पैसा निकालते हैं और EPS फंड को बरकरार रखते हैं, तो आपको पेंशन का फायदा मिलेगा
इसलिए, अगर आप चाहते हैं कि रिटायरमेंट के बाद भी आपको एक निश्चित आय मिलती रहे, तो EPS के पैसों को मत निकालें
PF का पैसा निकालना सही है या गलत
यह पूरी तरह से आपकी जरूरत पर निर्भर करता है
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- अगर आपको इमरजेंसी में पैसों की जरूरत है, तो आप PF का पैसा निकाल सकते हैं
- लेकिन अगर आपकी आर्थिक स्थिति ठीक है, तो EPS फंड को बरकरार रखना बेहतर रहेगा, ताकि भविष्य में पेंशन का लाभ मिले
- PF ट्रांसफर का भी विकल्प होता है, अगर आप नौकरी बदलते हैं, तो पैसे निकालने की बजाय उसे नए PF खाते में ट्रांसफर करना ही समझदारी होगी
अब क्या करें
- PF का पैसा निकालने से पहले यह तय करें कि क्या आपको इसकी जरूरत है या नहीं
- अगर आपको भविष्य में पेंशन चाहिए, तो EPS का पैसा न निकालें
- नौकरी बदलने पर PF को ट्रांसफर करवाएं, निकालें नहीं
- पचास साल की उम्र के बाद ही पेंशन के लिए आवेदन करें, ताकि आपको इसका फायदा मिल सके
अगर आपने दस साल से कम समय तक EPFO में योगदान किया है, तो आपके पास पेंशन का विकल्प नहीं होगा। ऐसे में आपको PF और EPS का पूरा पैसा निकालने की जरूरत पड़ेगी
EPFO के नए नियम उन कर्मचारियों के लिए बेहद फायदेमंद हैं, जो रिटायरमेंट के बाद भी वित्तीय सुरक्षा चाहते हैं। अगर आप अपनी पेंशन सुरक्षित रखना चाहते हैं, तो EPS फंड को हाथ न लगाएं
- PF और EPS का पैसा निकालने से पहले नियमों को समझें
- अगर दस साल से ज्यादा EPFO में योगदान किया है, तो EPS का पैसा न निकालें
- पेंशन के लिए पचास साल की उम्र के बाद आवेदन कर सकते हैं, लेकिन साठ की उम्र में पूरी पेंशन मिलेगी
अगर आप चाहते हैं कि रिटायरमेंट के बाद भी हर महीने एक निश्चित आय आती रहे, तो EPFO के नियमों का ध्यान रखें और समझदारी से फैसला लें