CIBIL Score New Loan Policy – अगर आप लोन लेने की सोच रहे हैं या पहले से कोई लोन चला रहे हैं, तो आपके लिए बड़ी खबर है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने सिबिल स्कोर से जुड़े कुछ नए नियम लागू किए हैं, जो 1 मार्च 2025 से प्रभावी होंगे।
इन बदलावों का मकसद ग्राहकों को उनके क्रेडिट स्कोर की सही जानकारी देना, बैंकों की जवाबदेही बढ़ाना और लोन प्रक्रिया को ज्यादा पारदर्शी बनाना है। अब आपका क्रेडिट स्कोर जल्दी अपडेट होगा, बैंक जब भी स्कोर चेक करेंगे आपको जानकारी मिलेगी, शिकायतों का समाधान जल्दी होगा और बैंकों में नोडल अधिकारी की नियुक्ति अनिवार्य होगी।
आइए, इन नए नियमों को विस्तार से समझते हैं और जानते हैं कि इसका आपकी लोन प्रक्रिया और फाइनेंस पर क्या असर पड़ेगा।
सिबिल स्कोर क्या होता है और क्यों जरूरी है?
सिबिल स्कोर तीन अंकों की एक संख्या होती है, जो आपकी क्रेडिट हिस्ट्री और फाइनेंशियल डिसिप्लिन को दर्शाती है। यह स्कोर 300 से 900 के बीच होता है। जितना ज्यादा स्कोर, उतनी ही ज्यादा लोन मिलने की संभावना।
सिबिल स्कोर की कैटेगरी
- 800-900: बहुत अच्छा (बिना किसी परेशानी के लोन मिल सकता है)
- 750-799: अच्छा (अच्छी ब्याज दर पर लोन मिलने की संभावना)
- 700-749: ठीक-ठाक (लोन मिल सकता है, लेकिन ब्याज दर थोड़ी ज्यादा हो सकती है)
- 650-699: औसत (लोन मिलने में दिक्कत हो सकती है)
- 600-649: कमजोर (लोन मिलने की संभावना बहुत कम)
- 300-599: बहुत खराब (लोन मिलना लगभग नामुमकिन)
अगर आप चाहते हैं कि आपका लोन आसानी से मंजूर हो जाए, तो अपने सिबिल स्कोर को बेहतर बनाए रखना बहुत जरूरी है।
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1 मार्च 2025 से लागू होंगे ये नए नियम
अब बात करते हैं उन 6 बड़े बदलावों की, जो आपकी फाइनेंशियल प्लानिंग को प्रभावित करेंगे।
हर 15 दिन में क्रेडिट स्कोर अपडेट होगा
पहले सिबिल स्कोर महीने में एक बार अपडेट होता था, लेकिन अब यह हर 15 दिन में अपडेट होगा।
- अब आपको अपने क्रेडिट स्कोर में किसी भी बदलाव की जानकारी जल्दी मिलेगी।
- अगर आपने कोई लोन चुकाया है या नया क्रेडिट कार्ड लिया है, तो उसका असर आपके स्कोर पर जल्दी दिखेगा।
- इससे लोन लेने की प्रक्रिया और आसान हो जाएगी।
बैंक को क्रेडिट स्कोर चेक करने की जानकारी देनी होगी
अब जब भी कोई बैंक, NBFC या वित्तीय संस्था आपका क्रेडिट स्कोर चेक करेगी, तो आपको इसकी जानकारी SMS या ईमेल के जरिए दी जाएगी।
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- इससे आपको पता रहेगा कि कौन-कौन आपकी क्रेडिट रिपोर्ट देख रहा है।
- अगर कोई फर्जी संस्था आपकी रिपोर्ट एक्सेस कर रही है, तो आप तुरंत एक्शन ले सकते हैं।
- इससे फ्रॉड से बचाव और पारदर्शिता दोनों बढ़ेगी।
शिकायतों का 30 दिनों में समाधान अनिवार्य
अगर आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में कोई गलती पाई जाती है, तो बैंक या क्रेडिट ब्यूरो को 30 दिनों के अंदर उसे ठीक करना होगा।
- अगर वे ऐसा नहीं करते, तो ₹100 प्रतिदिन का जुर्माना लगेगा।
- इससे ग्राहकों की समस्याओं का जल्दी समाधान होगा और गलत एंट्री की वजह से क्रेडिट स्कोर खराब होने की संभावना कम होगी।
बैंकों में नोडल अधिकारी की नियुक्ति अनिवार्य
हर बैंक को अब एक नोडल अधिकारी नियुक्त करना होगा, जो ग्राहकों की क्रेडिट रिपोर्ट से जुड़ी समस्याओं को जल्दी हल करेगा।
- अब आपको अपनी शिकायत के समाधान के लिए अलग-अलग डिपार्टमेंट्स में भटकना नहीं पड़ेगा।
- आपकी समस्या सीधे नोडल अधिकारी के पास जाएगी और तेजी से हल होगी।
वित्तीय पारदर्शिता बढ़ाई जाएगी
इन नए नियमों का मकसद ग्राहकों को उनके क्रेडिट स्कोर के प्रति और जागरूक बनाना है।
- अब आपको अपने क्रेडिट स्कोर की सटीक जानकारी आसानी से मिलेगी।
- बैंकों की जवाबदेही बढ़ेगी, जिससे लोन प्रक्रिया ज्यादा ट्रांसपेरेंट होगी।
कैसे सुधारें अपना सिबिल स्कोर?
अगर आपका सिबिल स्कोर कम है और आप इसे बेहतर बनाना चाहते हैं, तो ये आसान टिप्स अपनाएं
- समय पर लोन और क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान करें – देरी से भुगतान करने पर क्रेडिट स्कोर कम हो सकता है।
- क्रेडिट कार्ड का सही इस्तेमाल करें – अपनी क्रेडिट लिमिट का 30% से ज्यादा इस्तेमाल न करें।
- अपनी क्रेडिट रिपोर्ट चेक करें – कोई भी गलत एंट्री हो, तो उसे जल्दी ठीक करवाएं।
- अच्छा क्रेडिट मिक्स बनाए रखें – सिर्फ क्रेडिट कार्ड पर निर्भर न रहें, होम लोन, पर्सनल लोन जैसे अलग-अलग क्रेडिट का इस्तेमाल करें।
- पुराने क्रेडिट अकाउंट बंद न करें – इससे आपका क्रेडिट इतिहास मजबूत बना रहता है।
1 मार्च 2025 से लागू होने वाले ये नए नियम ग्राहकों के लिए बहुत फायदेमंद साबित होंगे।
- हर 15 दिन में सिबिल स्कोर अपडेट होगा, जिससे ग्राहक अपनी फाइनेंशियल स्थिति का सही आकलन कर पाएंगे।
- बैंक को जब भी क्रेडिट स्कोर चेक करना होगा, ग्राहक को जानकारी देनी होगी, जिससे फ्रॉड से बचाव होगा।
- शिकायतों का समाधान जल्दी होगा और नोडल अधिकारी की नियुक्ति से प्रक्रिया और तेज हो जाएगी।
अगर आप लोन लेने की सोच रहे हैं, तो इन नए नियमों को ध्यान में रखते हुए अपना क्रेडिट स्कोर बेहतर बनाएं और अपनी फाइनेंशियल प्लानिंग को मजबूत करें।