Widows and Disabled Pension News – अगर आप विधवा, बुजुर्ग या दिव्यांगजन पेंशन योजना का लाभ उठा रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए बहुत जरूरी है। राजस्थान सरकार ने साफ कर दिया है कि 31 मार्च 2025 तक जिन लाभार्थियों का वार्षिक भौतिक सत्यापन नहीं हुआ, उनकी पेंशन स्वत: बंद हो जाएगी। इसका मतलब है कि अगर आपने समय पर अपना सत्यापन नहीं कराया, तो आपको अगले महीने से पेंशन मिलना बंद हो सकता है।
हर साल सरकार सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के तहत पेंशन प्राप्त करने वालों का सत्यापन कराती है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पेंशन सही व्यक्ति को मिल रही है। लेकिन इस बार अब तक जयपुर जिले में एक लाख से ज्यादा लोग अभी भी सत्यापन से वंचित हैं। अगर आप भी उनमें से एक हैं, तो जल्द से जल्द यह प्रक्रिया पूरी कर लें, ताकि आपको किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
पेंशन सत्यापन क्यों जरूरी है
राज्य सरकार विधवा, बुजुर्गों और दिव्यांगजन को आर्थिक सहायता देने के लिए सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना चलाती है। इसके तहत लाभार्थियों को हर महीने पेंशन दी जाती है। लेकिन इसका फायदा लेने के लिए साल में एक बार भौतिक सत्यापन कराना जरूरी होता है।
अगर किसी व्यक्ति का सत्यापन समय पर नहीं होता, तो उसकी पेंशन अपने आप बंद हो जाती है। फिर इसे दोबारा शुरू करवाने के लिए संबंधित दफ्तरों के कई चक्कर लगाने पड़ते हैं। इसलिए यह बहुत जरूरी है कि आप 31 मार्च से पहले अपना सत्यापन करवा लें, ताकि भविष्य में किसी दिक्कत का सामना न करना पड़े।
पेंशन सत्यापन के लिए कौन-कौन से विकल्प उपलब्ध हैं
सरकार ने पेंशनधारकों के लिए सत्यापन प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए कई विकल्प दिए हैं। आप इनमें से किसी भी माध्यम से अपनी पहचान सत्यापित कर सकते हैं
- ई-मित्र केंद्र – आप अपने नजदीकी ई-मित्र केंद्र या ई-मित्र कियोस्क पर जाकर बायोमेट्रिक सत्यापन करवा सकते हैं।
- मोबाइल ऐप से सत्यापन – अगर आपके पास एंड्रॉयड स्मार्टफोन है, तो आप मोबाइल ऐप से फेस रिकग्निशन या बायोमेट्रिक सत्यापन कर सकते हैं।
- ओटीपी आधारित सत्यापन – जिन लाभार्थियों के आधार कार्ड से मोबाइल नंबर लिंक है, वे ओटीपी वेरिफिकेशन के जरिए भी सत्यापन करा सकते हैं।
- ऑफिस में जाकर सत्यापन – अगर आपका बायोमेट्रिक या ओटीपी सत्यापन संभव नहीं है, तो आप पेंशन विभाग के अधिकारी के कार्यालय में जाकर सत्यापन करा सकते हैं। इसके लिए आपको पीपीओ नंबर, जनाधार कार्ड और आधार कार्ड ले जाना होगा।
सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि कुछ पेंशनधारकों का सत्यापन आधार से लिंक मोबाइल नंबर न होने की वजह से रुका हुआ है। ऐसी स्थिति में वे पेंशन पोर्टल पर उपलब्ध नए विकल्प का उपयोग करके सत्यापन करवा सकते हैं।
पेंशन राशि बढ़ने के बावजूद सत्यापन में लापरवाही
राज्य सरकार ने इस साल बजट में पेंशन की न्यूनतम राशि 1150 रुपये से बढ़ाकर 1250 रुपये कर दी है। बावजूद इसके कई लाभार्थी वार्षिक सत्यापन में लापरवाही बरत रहे हैं।
अगर आंकड़ों की बात करें, तो जयपुर जिले में कुल 6,04,430 पेंशनधारक हैं, जिनमें से 4,85,986 लोगों ने अपना सत्यापन पूरा कर लिया है। लेकिन अभी भी 1,18,444 लोग सत्यापन नहीं करवा पाए हैं।
अगर इन लोगों ने 31 मार्च 2025 तक सत्यापन नहीं करवाया, तो उनकी पेंशन अप्रैल महीने से बंद कर दी जाएगी। इसलिए अगर आपने अब तक सत्यापन नहीं कराया है, तो जल्द से जल्द इस प्रक्रिया को पूरा करें।
जयपुर जिले में पेंशन सत्यापन की स्थिति – कहां कितने लोग वंचित हैं
राजस्थान के जयपुर जिले में कई क्षेत्रों में अभी भी हजारों पेंशनधारकों का सत्यापन नहीं हुआ है। यहां कुछ प्रमुख क्षेत्रों की स्थिति दी गई है
- आमेर – 16,354 लाभार्थी, जिनमें से 999 सत्यापन से वंचित
- आंधी – 16,399 लाभार्थी, 1,835 सत्यापन से वंचित
- बस्सी – 18,846 लाभार्थी, 3,991 सत्यापन से वंचित
- चाकसू – 14,171 लाभार्थी, 2,402 सत्यापन से वंचित
- दूदू – 15,427 लाभार्थी, 1,037 सत्यापन से वंचित
- गोविंदगढ़ – 39,315 लाभार्थी, 6,075 सत्यापन से वंचित
- सांगानेर – 20,305 लाभार्थी, 4,098 सत्यापन से वंचित
- शाहपुरा – 27,942 लाभार्थी, 3,853 सत्यापन से वंचित
इसी तरह अन्य कई क्षेत्रों में भी हजारों लोग अभी तक अपना सत्यापन नहीं करवा पाए हैं।
अगर आप भी सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना का लाभ ले रहे हैं, तो यह बहुत जरूरी है कि 31 मार्च 2025 से पहले अपना सत्यापन करवा लें। अन्यथा आपकी पेंशन स्वत: बंद हो जाएगी और इसे दोबारा चालू करवाने के लिए आपको कई दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ सकते हैं।
राज्य सरकार ने सत्यापन प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए ई-मित्र केंद्र, मोबाइल ऐप और ओटीपी वेरिफिकेशन जैसे कई विकल्प उपलब्ध कराए हैं। अगर आपका आधार मोबाइल नंबर से लिंक नहीं है, तो आप सीधे अधिकारी के कार्यालय में जाकर भी सत्यापन करा सकते हैं।
समय पर सत्यापन कराएं और अपनी पेंशन को बंद होने से बचाएं।