Bank Account New Rules – अगर आपका बैंक अकाउंट है, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में बैंकिंग से जुड़े कुछ नए नियम जारी किए हैं, जो हर खाता धारक को प्रभावित करेंगे। इन नियमों का मकसद बैंकिंग सिस्टम को और ज्यादा सुरक्षित और पारदर्शी बनाना है, साथ ही डिजिटल ट्रांजैक्शन को बढ़ावा देना भी इन बदलावों का एक अहम हिस्सा है। अगर आप इन अपडेट्स पर ध्यान नहीं देते हैं, तो हो सकता है कि आपको कुछ परेशानियों का सामना करना पड़े। तो चलिए, जानते हैं उन 5 बड़े बदलावों के बारे में जो आपके बैंक अकाउंट से जुड़े हैं।
डोरमेंट, इनएक्टिव और जीरो बैलेंस अकाउंट होंगे बंद
RBI ने उन बैंक खातों को बंद करने का फैसला किया है, जिनका लंबे समय से कोई इस्तेमाल नहीं हुआ है। इसमें तीन तरह के अकाउंट शामिल हैं:
- डोरमेंट अकाउंट: जिन खातों में पिछले 2 साल से कोई ट्रांजैक्शन नहीं हुआ है, उन्हें डोरमेंट यानी निष्क्रिय माना जाएगा और बंद कर दिया जाएगा।
- इनएक्टिव अकाउंट: अगर आपका खाता पिछले 12 महीनों से पूरी तरह इनएक्टिव पड़ा है, तो इसे भी बंद किया जा सकता है।
- जीरो बैलेंस अकाउंट: ऐसे खाते जिनमें लंबे समय से कोई पैसा जमा नहीं हुआ और बैलेंस शून्य है, वे भी बंद कर दिए जाएंगे।
अगर आपका खाता इस श्रेणी में आता है, तो जल्द ही इसे सक्रिय करें, नहीं तो आपका बैंक अकाउंट बंद हो सकता है।
नए नियम लागू होने की तारीख
RBI ने इन बदलावों को लागू करने के लिए 1 जनवरी 2025 की तारीख तय की है। यानी इस दिन के बाद से, अगर आपका खाता डोरमेंट, इनएक्टिव या जीरो बैलेंस में आता है, तो उसे बंद कर दिया जाएगा। इसलिए, अगर आपका अकाउंट निष्क्रिय पड़ा है, तो 1 जनवरी 2025 से पहले उसमें कोई ट्रांजैक्शन जरूर कर लें।
क्यों किए गए ये बदलाव?
RBI के इन नए नियमों के पीछे कई कारण हैं, जिनमें मुख्य रूप से तीन चीजें शामिल हैं:
- धोखाधड़ी रोकना: निष्क्रिय खातों का गलत इस्तेमाल कर फर्जीवाड़ा किया जा सकता है, इसलिए ऐसे खातों को बंद करने का फैसला लिया गया है।
- सुरक्षा बढ़ाना: इनएक्टिव अकाउंट्स से जुड़े साइबर फ्रॉड के मामलों को कम करने के लिए यह कदम उठाया गया है।
- डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देना: सरकार डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देना चाहती है, ताकि कैशलेस इकॉनमी को बढ़ावा मिले।
ग्राहकों पर क्या असर पड़ेगा?
अगर आप एक बैंक खाता धारक हैं, तो इन नियमों का आप पर क्या असर पड़ेगा, यह जानना जरूरी है:
- खाता सक्रिय रखना होगा: अगर आपका अकाउंट डोरमेंट या इनएक्टिव की कैटेगरी में आता है, तो इसे चालू रखने के लिए जल्द से जल्द उसमें कोई ट्रांजैक्शन करें।
- न्यूनतम बैलेंस बनाए रखना: जीरो बैलेंस अकाउंट्स बंद किए जा रहे हैं, इसलिए आपको अपने खाते में कुछ न कुछ बैलेंस रखना होगा।
- नियमित लेन-देन करना जरूरी: अगर आप नहीं चाहते कि आपका अकाउंट इनएक्टिव हो जाए, तो उसमें समय-समय पर लेन-देन करें।
- KYC अपडेट करना जरूरी: बैंक में अपनी पहचान को वैलिड रखने के लिए KYC अपडेट करना अनिवार्य होगा।
बैंकों की जिम्मेदारियाँ
RBI ने बैंकों को यह जिम्मेदारी दी है कि वे ग्राहकों को इन नए नियमों की जानकारी दें और उन्हें खाता सक्रिय रखने में मदद करें। इसमें मुख्य रूप से ये बातें शामिल हैं:
- ग्राहकों को जागरूक करना: बैंक अपने ग्राहकों को फोन कॉल, ईमेल या मैसेज के जरिए नए नियमों की जानकारी देंगे।
- सहायता प्रदान करना: अगर कोई ग्राहक अपने अकाउंट को दोबारा एक्टिव करना चाहता है, तो बैंक को उसे पूरा सहयोग देना होगा।
- प्रक्रिया को आसान बनाना: KYC अपडेट और अकाउंट एक्टिवेशन की प्रक्रिया को सरल बनाया जाएगा, ताकि ग्राहक आसानी से अपने खाते को दोबारा चालू कर सकें।
- डिजिटल सेवाओं को बढ़ावा देना: बैंकों को अपनी डिजिटल सेवाओं को मजबूत करना होगा, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग ऑनलाइन बैंकिंग का इस्तेमाल करें।
अब क्या करना चाहिए?
अगर आप भी एक बैंक अकाउंट होल्डर हैं, तो यह जरूरी है कि आप समय रहते अपने खाते की स्थिति चेक कर लें। अगर आपका खाता डोरमेंट या इनएक्टिव हो चुका है, तो जल्द से जल्द उसमें कोई ट्रांजैक्शन करें। साथ ही, अगर आपका KYC अपडेट नहीं हुआ है, तो इसे भी तुरंत अपडेट करवाएं, ताकि आगे किसी परेशानी का सामना न करना पड़े।
RBI के ये नए नियम बैंकिंग सिस्टम को और मजबूत और सुरक्षित बनाने के लिए लागू किए जा रहे हैं। अगर आप एक बैंक अकाउंट होल्डर हैं, तो यह समय है कि आप अपने खाते को चेक करें और जरूरी बदलाव करें, ताकि कोई भी समस्या न हो। इन नए नियमों से न सिर्फ धोखाधड़ी के मामलों में कमी आएगी, बल्कि ग्राहकों की सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी।
तो इंतजार मत करें, अभी अपने बैंक से संपर्क करें और अपने खाते को एक्टिव करें, ताकि आपको किसी तरह की परेशानी न हो!