Personal Loan Tips – पर्सनल लोन आजकल काफी लोग ले रहे हैं क्योंकि यह जरूरत के समय फाइनेंशियल मदद का एक बेहतरीन तरीका है। शादी से लेकर मेडिकल इमरजेंसी तक, पर्सनल लोन कई मौकों पर काम आता है। लेकिन लोन लेना जितना आसान लगता है, उसे सही तरीके से मैनेज करना उतना ही जरूरी होता है।
अगर आप भी पर्सनल लोन लेने की सोच रहे हैं, तो कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। कई लोग लोन लेते वक्त कुछ आम गलतियां कर बैठते हैं, जिससे बाद में उनकी आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है। आज हम आपको ऐसी 5 बड़ी गलतियों के बारे में बता रहे हैं, जिनसे बचकर आप स्मार्ट तरीके से लोन ले सकते हैं और बेवजह की परेशानियों से बच सकते हैं।
लोन लेने से पहले रीपेमेंट प्लान न बनाना
कई लोग पर्सनल लोन लेते वक्त सबसे बड़ी गलती यह करते हैं कि बिना सोचे-समझे लोन ले लेते हैं और बाद में सोचते हैं कि इसे कैसे चुकाना है। यह गलती आपको भारी पड़ सकती है।
लोन लेने से पहले अपनी रीपेमेंट कैपेसिटी यानी चुकाने की क्षमता को समझना बेहद जरूरी है। अगर आपकी ईएमआई आपकी सैलरी का बड़ा हिस्सा खा जाएगी, तो आपको बाकी खर्चों के लिए मुश्किल हो सकती है।
इसलिए, पर्सनल लोन लेने से पहले ईएमआई कैलकुलेटर का इस्तेमाल करें और देखें कि कितनी राशि के लोन के साथ आप आराम से ईएमआई भर सकते हैं। बिना सोचे-समझे ज्यादा रकम के लिए अप्लाई करना बाद में परेशानी खड़ी कर सकता है।
एक साथ कई बैंकों में लोन के लिए अप्लाई करना
अगर आप एक साथ कई बैंकों और फाइनेंस कंपनियों में लोन के लिए अप्लाई कर रहे हैं, तो आप बड़ी गलती कर रहे हैं।
जब भी आप किसी बैंक से लोन के लिए अप्लाई करते हैं, तो वे आपकी क्रेडिट रिपोर्ट चेक करते हैं। इसे हार्ड इंक्वायरी कहते हैं। ज्यादा बार क्रेडिट रिपोर्ट चेक होने से आपका क्रेडिट स्कोर कम हो सकता है, जिससे लोन मिलने में दिक्कत आ सकती है।
कम क्रेडिट स्कोर होने पर बैंक या तो लोन रिजेक्ट कर देंगे या फिर आपको ज्यादा ब्याज दर पर लोन मिलेगा। इसलिए बेहतर है कि पहले अच्छे से रिसर्च करें और फिर सिर्फ एक या दो भरोसेमंद बैंकों में ही अप्लाई करें।
कम ईएमआई के चक्कर में लंबी अवधि का लोन लेना
लोन लेते वक्त कई लोग यह सोचते हैं कि लंबी अवधि का लोन लेने से ईएमआई कम हो जाएगी, लेकिन यह तरीका बहुत महंगा पड़ सकता है।
लंबी अवधि के लोन पर आपको ज्यादा ब्याज चुकाना पड़ता है।
उदाहरण के लिए, अगर आप 3 साल की बजाय 5 साल के लिए लोन लेते हैं, तो आपकी ईएमआई भले ही कम हो जाएगी, लेकिन कुल मिलाकर आप बैंक को ज्यादा पैसा देंगे। इसलिए, कोशिश करें कि आप कम से कम समय में लोन चुका दें ताकि आपको अतिरिक्त ब्याज न देना पड़े।
मौजूदा लोन की जानकारी छिपाना
अगर आपके ऊपर पहले से कोई लोन चल रहा है और आप नया पर्सनल लोन लेना चाहते हैं, तो इस जानकारी को बैंक से छिपाने की गलती न करें।
जब आप लोन के लिए अप्लाई करते हैं, तो बैंक आपकी पूरी फाइनेंशियल हिस्ट्री चेक करता है। अगर आपने पुराने लोन की जानकारी नहीं दी और बैंक को यह बात खुद पता चली, तो या तो आपका लोन रिजेक्ट हो सकता है या फिर आपको ज्यादा ब्याज दर पर लोन दिया जाएगा।
इसलिए, हमेशा अपने मौजूदा लोन की सही जानकारी दें। इससे बैंक को आपकी फाइनेंशियल स्थिति का सही अंदाजा मिलेगा और आपके लोन अप्रूवल की संभावना भी बढ़ जाएगी।
टर्म्स एंड कंडीशन्स को बिना पढ़े लोन लेना
अक्सर लोग जल्दबाजी में लोन के डॉक्यूमेंट्स पर साइन कर देते हैं और बाद में उन्हें पता चलता है कि उन पर भारी पेनल्टी लग रही है या कोई छिपा हुआ चार्ज जुड़ गया है।
पर्सनल लोन लेते वक्त इन बातों पर जरूर ध्यान दें:
- ब्याज दर: यह फिक्स्ड है या फ्लोटिंग
- प्रोसेसिंग फीस: कई बार यह बहुत ज्यादा होती है
- प्री-पेमेंट चार्ज: क्या आप लोन जल्दी चुका सकते हैं या नहीं
- लेट पेमेंट चार्ज: ईएमआई मिस करने पर बैंक कितना चार्ज लगाएगा
अगर आपको किसी टर्म या कंडीशन को लेकर संदेह है, तो पहले बैंक से पूरी जानकारी लें और फिर लोन के लिए अप्लाई करें।
पर्सनल लोन एक अच्छा फाइनेंशियल ऑप्शन हो सकता है, लेकिन इसे सोच-समझकर लेना बहुत जरूरी है। लोन लेते वक्त जल्दबाजी में गलत फैसले लेने से आपकी फाइनेंशियल स्थिति बिगड़ सकती है।
अगर आप अपनी रीपेमेंट कैपेसिटी का सही आकलन करेंगे, ज्यादा बैंकों से एक साथ संपर्क नहीं करेंगे, लंबे समय के लोन से बचेंगे, अपने मौजूदा लोन की सही जानकारी देंगे और टर्म्स एंड कंडीशंस को ध्यान से पढ़ेंगे, तो आप बिना किसी परेशानी के सही लोन ले सकते हैं।
लोन लेना आसान है, लेकिन सही तरीके से लेना और समय पर चुकाना सबसे जरूरी है। इसलिए अगली बार जब आप पर्सनल लोन के लिए अप्लाई करें, तो इन 5 गलतियों से बचें और स्मार्ट फाइनेंशियल फैसले लें।