Home Loan EMI – होम लोन लेना आसान होता है, लेकिन उसकी ईएमआई हर महीने भरना कई बार मुश्किल हो सकता है। अचानक किसी वजह से अगर आपकी ईएमआई बाउंस हो जाती है, तो यह न सिर्फ आपकी फाइनेंशियल स्थिति को प्रभावित कर सकता है, बल्कि आपके सिबिल स्कोर पर भी असर डाल सकता है। अगर आप लगातार तीन बार ईएमआई नहीं भरते हैं, तो बैंक आपके खिलाफ सख्त कदम उठा सकता है और भविष्य में लोन लेना मुश्किल हो सकता है।
लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। अगर आप कुछ सही कदम समय पर उठा लेते हैं, तो न सिर्फ आर्थिक नुकसान से बच सकते हैं, बल्कि बैंक की कार्रवाई से भी बच सकते हैं। इस आर्टिकल में हम आपको ईएमआई बाउंस होने पर क्या करना चाहिए, इसकी पूरी जानकारी देंगे।
अगर पहली बार ईएमआई नहीं भर पाए तो क्या करें
अगर किसी वजह से पहली बार आपकी ईएमआई नहीं भर पाई है, तो आपको तुरंत बैंक से संपर्क करना चाहिए।
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- बैंक मैनेजर से मिलें और उन्हें अपनी मौजूदा स्थिति के बारे में बताएं।
- अपनी मजबूरी को सही तरीके से समझाएं और आगे से समय पर भुगतान करने का भरोसा दिलाएं।
- कई बार बैंक आपके ऊपर पेनल्टी चार्ज कम कर सकता है अगर आप ईमानदारी से अपनी स्थिति बता दें।
बैंक हर दो महीने तक आपके क्रेडिट स्कोर को ट्रैक करता है और फिर यह जानकारी सिबिल एजेंसी को भेज दी जाती है। अगर आप जल्दी कदम उठाएंगे, तो आपका सिबिल स्कोर खराब होने से बच सकता है।
दूसरी बार भी ईएमआई बाउंस हो जाए तो क्या करें
अगर लगातार दूसरी बार भी आप ईएमआई नहीं भर पाए हैं, तो अब आपको और ज्यादा सतर्क होने की जरूरत है।
- सबसे पहले फिर से बैंक मैनेजर से मिलें और उनके साथ समाधान निकालने की कोशिश करें।
- बैंक से अनुरोध करें कि वे आपकी सिबिल स्कोर की निगेटिव रिपोर्ट न भेजें।
- उन्हें भरोसा दिलाएं कि आप जल्द ही बकाया राशि चुका देंगे।
अगर तीन बार लगातार आपकी ईएमआई नहीं भरती है, तो सिबिल स्कोर खराब होने की संभावना बढ़ जाती है और बैंक को मजबूरन आपकी रिपोर्ट भेजनी पड़ती है। इससे फ्यूचर में लोन लेना काफी मुश्किल हो सकता है।
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अगर बार-बार ईएमआई नहीं चुका पा रहे हैं तो क्या करें
अगर आपकी वित्तीय स्थिति ऐसी हो गई है कि आप लगातार ईएमआई नहीं चुका पा रहे हैं, तो यह समस्या और गंभीर हो सकती है। ऐसे में आपको कुछ खास कदम उठाने होंगे
- बैंक से मोराटोरियम पीरियड के लिए अनुरोध करें – इसका मतलब है कि आप बैंक को बता सकते हैं कि अभी कुछ महीनों के लिए ईएमआई भरना मुश्किल है और जब आपकी आर्थिक स्थिति सुधर जाएगी, तब आप इसे फिर से शुरू कर देंगे।
- लोन री-स्ट्रक्चरिंग का विकल्प चुनें – आप बैंक से लोन की अवधि बढ़ाने के लिए कह सकते हैं, जिससे हर महीने की ईएमआई थोड़ी कम हो जाएगी और आपको भुगतान करने में आसानी होगी।
- टॉप-अप लोन लें – अगर आपके पास थोड़ी और वित्तीय जरूरत है, तो आप बैंक से अतिरिक्त लोन लेने के लिए अप्लाई कर सकते हैं जिससे आपकी मौजूदा परेशानी हल हो सकती है।
हालांकि, इन उपायों से आप बैंक की कार्रवाई से तो बच सकते हैं, लेकिन आपका सिबिल स्कोर प्रभावित हो सकता है। इसलिए इसे लास्ट ऑप्शन के तौर पर ही अपनाएं।
अगर वेतन की वजह से ईएमआई बाउंस हो रही है तो समाधान क्या है
कई बार ऐसा होता है कि हमारी सैलरी आने की तारीख और ईएमआई की ड्यू डेट अलग-अलग होती है। इससे हमारी ईएमआई बाउंस हो सकती है। अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है, तो आप बैंक से एरियर ईएमआई का ऑप्शन चुन सकते हैं।
एडवांस ईएमआई बनाम एरियर ईएमआई
- एडवांस ईएमआई – इस विकल्प में आपको महीने की शुरुआत में ही ईएमआई भरनी होती है।
- एरियर ईएमआई – इस विकल्प में आपको महीने के अंत में सैलरी मिलने के बाद ईएमआई भरने की सुविधा मिलती है।
अगर आपकी सैलरी महीने के अंत में आती है, तो आप एरियर ईएमआई का विकल्प चुन सकते हैं। इससे आपकी सैलरी आने के बाद ही किस्त कटेगी और कोई बाउंस चार्ज नहीं लगेगा।
ईएमआई बाउंस होने के संभावित नुकसान
अगर आपकी ईएमआई बार-बार बाउंस होती है, तो इसके कुछ गंभीर नुकसान हो सकते हैं
- सिबिल स्कोर पर बुरा असर जिससे भविष्य में लोन लेना मुश्किल हो सकता है
- बैंक पेनल्टी चार्ज लगा सकता है
- बैंक लीगल एक्शन ले सकता है अगर आप लंबे समय तक ईएमआई नहीं चुकाते हैं
- क्रेडिट कार्ड और अन्य लोन लेने में दिक्कत हो सकती है
अगर आपकी होम लोन की ईएमआई बाउंस हो रही है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। सही कदम उठाकर आप अपने क्रेडिट स्कोर को खराब होने से बचा सकते हैं और बैंक की कार्रवाई से भी बच सकते हैं।
- अगर पहली बार ईएमआई बाउंस हुई है, तो तुरंत बैंक से संपर्क करें और समस्या बताएं।
- अगर दूसरी बार भी ईएमआई नहीं भर पाए, तो बैंक से सिबिल स्कोर पर असर न डालने का अनुरोध करें।
- अगर बार-बार ईएमआई भरने में दिक्कत आ रही है, तो लोन री-स्ट्रक्चरिंग या मोराटोरियम पीरियड के लिए अप्लाई करें।
- अगर आपकी सैलरी देर से आती है, तो एरियर ईएमआई का विकल्प चुनें।
इन आसान उपायों को अपनाकर आप अपनी फाइनेंशियल स्थिति को बेहतर बनाए रख सकते हैं और होम लोन डिफॉल्टर बनने से बच सकते हैं।