TDS on FD – अगर आप भी सीनियर सिटीजन हैं और फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में निवेश करते हैं, तो आपके लिए यह खबर बेहद फायदेमंद साबित हो सकती है। सरकार ने बजट 2025 में सीनियर सिटीजन्स को एक बड़ी राहत दी है। अब FD पर मिलने वाले ब्याज पर टीडीएस की लिमिट को बढ़ा दिया गया है, जिससे आपको ज्यादा फायदा मिलेगा। आइए जानते हैं इस नए नियम से जुड़ी सारी जरूरी बातें।
TDS में क्या बदलाव किए गए हैं?
पहले, अगर किसी सीनियर सिटीजन की FD से सालाना ब्याज आय ₹50,000 से ज्यादा होती थी, तो उस पर टीडीएस (TDS) काटा जाता था। लेकिन अब यह लिमिट बढ़ाकर ₹1,00,000 कर दी गई है। इसका मतलब है कि अगर आपकी सालाना ब्याज आय ₹1 लाख तक है, तो उस पर कोई टीडीएस नहीं कटेगा। यह बदलाव उन लोगों के लिए राहत भरा है, जो अपनी जमा पूंजी से मिलने वाले ब्याज पर टैक्स बचाना चाहते हैं।
कैसे उठा सकते हैं इस छूट का फायदा?
अगर आप चाहते हैं कि आपकी FD पर टीडीएस न कटे, तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। सबसे पहले, अपने निवेश की प्लानिंग इस तरह करें कि आपकी ब्याज आय ₹1,00,000 से ज्यादा न हो। इसके लिए आपको सही ब्याज दर और निवेश राशि का चुनाव करना जरूरी है।
किस ब्याज दर पर कितना निवेश करें?
अगर आप यह जानना चाहते हैं कि आपको कितना निवेश करना चाहिए ताकि ब्याज ₹1,00,000 से कम रहे, तो नीचे दी गई तालिका आपके काम आ सकती है:
ब्याज दर | निवेश राशि (₹) | सालाना ब्याज (₹) |
---|---|---|
8% | 12,13,110 | 99,999 |
8.55% | 11,32,751 | 99,999 |
9.5% | 10,15,864 | 99,999 |
इस तालिका के अनुसार, अगर आप 8% ब्याज दर पर FD करवाते हैं, तो ₹12,13,110 तक का निवेश कर सकते हैं ताकि ब्याज ₹1,00,000 से कम रहे और टीडीएस न कटे। इसी तरह, अलग-अलग ब्याज दरों पर निवेश की सीमा अलग होगी।
कौन-सी FD पर टीडीएस नहीं कटेगा?
अगर आप फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करने का प्लान बना रहे हैं, तो आपको FD के प्रकार पर भी ध्यान देना चाहिए।
- Cumulative FD: इस FD में ब्याज दोबारा निवेश किया जाता है और पहले साल टीडीएस नहीं कटता। लेकिन, अगले साल ब्याज बढ़कर ₹1,00,000 से ज्यादा हो सकता है, जिससे टीडीएस कटने लगेगा।
- Quarterly Payout FD: इस FD में ब्याज हर तीन महीने में आपके खाते में आ जाता है। इसमें प्रिंसिपल राशि वही रहती है और ब्याज ₹1,00,000 से ऊपर नहीं जाता, जिससे टीडीएस नहीं कटता।
नए नियम कब से लागू होंगे?
सरकार ने यह घोषणा बजट 2025-26 में की है, इसलिए यह नया नियम अप्रैल 2025 से लागू होगा। यानी, जो भी सीनियर सिटीजन इस नियम का फायदा उठाना चाहते हैं, वे अपनी FD प्लानिंग इसी के अनुसार कर सकते हैं।
क्या इसका मतलब है कि टैक्स नहीं भरना पड़ेगा?
अगर आपकी कुल सालाना आय आयकर के दायरे में आती है, तो आपको टैक्स देना पड़ेगा। हां, अगर आप नई टैक्स रेजीम चुनते हैं, तो ₹12 लाख तक की इनकम पर टैक्स बचा सकते हैं। लेकिन टीडीएस न कटने का मतलब यह नहीं है कि यह आय पूरी तरह टैक्स फ्री हो गई है।
सीनियर सिटीजन्स कहां कर सकते हैं निवेश?
अगर आप भी सीनियर सिटीजन हैं और अपनी बचत को सही जगह निवेश करना चाहते हैं, तो कुछ बैंकों की FD पर आपको अच्छा ब्याज मिल सकता है।
बैंक का नाम | ब्याज दर | अवधि |
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया | 8% | 1111 दिन |
बंधन बैंक | 8.55% | 1 साल |
यूनिटी स्मॉल फाइनेंस बैंक | 9.5% | 1001 दिन |
ये दरें बैंक के अनुसार बदल सकती हैं, इसलिए निवेश से पहले ब्याज दरों की जांच जरूर करें।
सरकार ने सीनियर सिटीजन को बड़ी राहत देते हुए FD पर टीडीएस की लिमिट को ₹50,000 से बढ़ाकर ₹1,00,000 कर दिया है। इसका मतलब है कि अगर आपकी FD से मिलने वाली सालाना ब्याज आय ₹1,00,000 से कम है, तो आपको टीडीएस नहीं देना होगा। लेकिन सही निवेश प्लानिंग करना जरूरी है ताकि इस छूट का पूरा फायदा मिल सके।
अगर आप सीनियर सिटीजन हैं और अपनी बचत को सुरक्षित और फायदेमंद तरीके से निवेश करना चाहते हैं, तो यह समय आपके लिए बहुत अच्छा है। अपने फाइनेंशियल प्लानर से सलाह लेकर सही बैंक और ब्याज दर चुनें और इस नए नियम का अधिकतम लाभ उठाएं।