LPG Gas Cylinder Price Today – आजकल महंगाई हर किसी की जेब पर भारी पड़ रही है। रोजमर्रा की जरूरत की चीजें महंगी होती जा रही हैं, और अब LPG गैस सिलेंडर के दाम भी फिर से बढ़ गए हैं। इससे हर घर का बजट गड़बड़ा सकता है, खासकर उन लोगों का जो पहले से ही महंगाई से जूझ रहे हैं।
अगर आप भी हर महीने सिलेंडर रिफिल कराते हैं, तो यह खबर आपके लिए बहुत अहम है। आइए जानते हैं कि गैस सिलेंडर की कीमतों में कितना इजाफा हुआ है, किन कारणों से ये दाम बढ़ रहे हैं और इसका आम आदमी पर क्या असर पड़ेगा।
गैस सिलेंडर के नए दाम – किस शहर में कितना बढ़ा?
सरकार और तेल कंपनियां समय-समय पर गैस सिलेंडर के दामों में बदलाव करती रहती हैं। इस बार घरेलू और कमर्शियल सिलेंडर, दोनों के दाम बढ़ गए हैं। देश के बड़े शहरों में गैस सिलेंडर की नई कीमतें कुछ इस तरह हैं:
शहर | घरेलू LPG (14.2KG) | कमर्शियल LPG (19KG) |
---|---|---|
दिल्ली | ₹1100 | ₹1800 |
मुंबई | ₹1090 | ₹1750 |
कोलकाता | ₹1125 | ₹1850 |
चेन्नई | ₹1110 | ₹1825 |
पटना | ₹1135 | ₹1875 |
ये नई दरें तुरंत लागू हो चुकी हैं और आगे इसमें और बदलाव हो सकते हैं।
गैस सिलेंडर महंगा क्यों हुआ?
गैस सिलेंडर के दाम बढ़ने के पीछे कई बड़ी वजहें होती हैं। आइए जानते हैं कि इस बार किस कारण से कीमतें ऊपर गई हैं:
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल महंगा – भारत में LPG की कीमतें ग्लोबल मार्केट पर निर्भर करती हैं। जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम बढ़ते हैं, तो गैस की कीमतें भी ऊपर चली जाती हैं।
- सरकारी सब्सिडी में कटौती – पहले LPG सिलेंडर पर अच्छी खासी सब्सिडी मिलती थी, लेकिन अब सरकार धीरे-धीरे इसे कम कर रही है, जिससे कीमतों में इजाफा हो रहा है।
- डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी – चूंकि भारत गैस का एक बड़ा हिस्सा आयात करता है, इसलिए रुपये की गिरती वैल्यू भी दाम बढ़ने की वजह बनती है।
- ट्रांसपोर्ट और टैक्स – हर राज्य में टैक्स और ट्रांसपोर्टेशन लागत अलग होती है, जिससे हर जगह LPG की कीमतें अलग-अलग होती हैं।
बढ़ती कीमतों का आम आदमी पर असर
गैस सिलेंडर के महंगे होने का सीधा असर आम जनता पर पड़ता है। खासकर मध्यम वर्ग और गरीब परिवारों के लिए यह किसी बड़े झटके से कम नहीं है।
- घरेलू बजट पर असर – पहले जो सिलेंडर ₹900 में आता था, अब उसकी कीमत ₹1100 पार कर गई है। इससे घर के बाकी खर्चों पर भी असर पड़ रहा है।
- होटल और रेस्तरां के दाम बढ़ सकते हैं – कमर्शियल सिलेंडर महंगा होने से होटल, ढाबों और स्ट्रीट फूड वेंडर्स को भी झटका लगेगा। खाने-पीने की चीजें और महंगी हो सकती हैं।
- ग्रामीण इलाकों में मुश्किलें बढ़ेंगी – गांवों में पहले ही गैस सिलेंडर के दाम ज्यादा होते हैं। अब दाम और बढ़ने से लोग फिर से लकड़ी या उपलों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
कैसे बचा सकते हैं पैसे?
हालांकि गैस के दाम आपके नियंत्रण में नहीं हैं, लेकिन कुछ आसान उपाय अपनाकर गैस की खपत कम की जा सकती है, जिससे आपकी जेब पर कम असर पड़ेगा।
गैस का सही इस्तेमाल करें –
- खाना बनाने के बाद बर्नर को तुरंत बंद कर दें।
- छोटे बर्तनों की जगह बड़े बर्तनों का इस्तेमाल करें, ताकि खाना जल्दी पके और गैस कम लगे।
- धीमी आंच पर खाना पकाने की बजाय तेज आंच का सही इस्तेमाल करें।
इंडक्शन चूल्हा और इलेक्ट्रिक अप्लायंसेस अपनाएं –
- अगर आपके घर में बिजली की अच्छी सुविधा है, तो इंडक्शन कुकटॉप, इलेक्ट्रिक कुकर या माइक्रोवेव का इस्तेमाल करें। इससे गैस सिलेंडर की खपत कम होगी।
सोलर कुकर का इस्तेमाल करें –
- जिन इलाकों में ज्यादा धूप रहती है, वहां सोलर कुकर बहुत मददगार हो सकता है। यह एक बार की इन्वेस्टमेंट होती है, लेकिन इससे लंबे समय में काफी पैसे बचाए जा सकते हैं।
सब्सिडी की जानकारी रखें –
- सरकार की तरफ से कई बार एलपीजी सब्सिडी दी जाती है, लेकिन कई लोग इसके बारे में नहीं जानते। आप LPG की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर पता कर सकते हैं कि आपको सब्सिडी मिल रही है या नहीं।
लोग क्या कह रहे हैं?
पटना के राहुल कुमार बताते हैं, “पहले हमारा सिलेंडर ₹900 में आ जाता था, अब ₹1135 हो गया है। अब हमें घर के दूसरे खर्चों में कटौती करनी पड़ रही है।”
दिल्ली की गृहिणी सीमा वर्मा कहती हैं, “हमने अब गैस सिलेंडर की खपत कम करने के लिए इंडक्शन स्टोव का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। इससे थोड़ा खर्च कंट्रोल हो रहा है।”
क्या आगे और महंगाई बढ़ सकती है?
आने वाले समय में गैस सिलेंडर के दाम और बढ़ सकते हैं, खासकर अगर कच्चे तेल की कीमतें बढ़ती हैं या सरकार सब्सिडी में और कटौती करती है। हालांकि, अगर सरकार राहत पैकेज लाती है, तो कुछ राहत जरूर मिल सकती है।
LPG सिलेंडर के बढ़ते दामों ने आम आदमी की परेशानी बढ़ा दी है। लेकिन थोड़ी समझदारी और स्मार्ट कुकिंग टिप्स अपनाकर आप गैस की खपत कम कर सकते हैं और पैसे बचा सकते हैं। साथ ही, अगर आपके पास कोई वैकल्पिक साधन (इलेक्ट्रिक कुकर, सोलर कुकर) है, तो उसे इस्तेमाल करना एक अच्छा उपाय हो सकता है।
महंगाई तो हर किसी को प्रभावित कर रही है, लेकिन छोटी-छोटी आदतें बदलकर हम अपने खर्चों को काबू में रख सकते हैं।