TRAI New Guidelines – अगर आप मोबाइल फोन इस्तेमाल करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने हाल ही में मोबाइल नंबरिंग सिस्टम से जुड़े नए नियम और गाइडलाइन्स जारी की हैं, जिससे टेलीकॉम सेवाएं और ज्यादा पारदर्शी और उपभोक्ताओं के अनुकूल बन सकें।
इन नए नियमों के आने से मोबाइल नंबरों की उपलब्धता और उनकी सही तरीके से उपयोग की प्रक्रिया में सुधार होगा। अगर आप नहीं चाहते कि आपका नंबर बंद हो जाए या आपको कोई परेशानी हो, तो TRAI के इन नए नियमों को जरूर जान लें।
मोबाइल नंबर बदलने पर कोई एक्स्ट्रा चार्ज नहीं लगेगा
TRAI ने साफ कर दिया है कि टेलीकॉम कंपनियां मोबाइल नंबरिंग सिस्टम में बदलाव के लिए उपभोक्ताओं से कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं वसूलेंगी।
इसका मतलब यह हुआ कि:
- अगर आपको नया नंबर लेना है, तो उसके लिए कोई एक्स्ट्रा चार्ज नहीं देना होगा।
- टेलीकॉम कंपनियों को भी बिना किसी अतिरिक्त खर्च के नए नंबर मिलते रहेंगे।
इस फैसले से ग्राहकों को फायदा होगा और टेलीकॉम कंपनियों को भी नए नंबरों का सही उपयोग करने में आसानी होगी।
बंद मोबाइल नंबरों का होगा फिर से उपयोग
TRAI ने यह भी सिफारिश की है कि अगर कोई मोबाइल नंबर लंबे समय तक इस्तेमाल नहीं किया जाता, तो उसे वापस लिया जाएगा और किसी जरूरतमंद ग्राहक को दोबारा अलॉट कर दिया जाएगा।
इसका फायदा क्या होगा?
- नए ग्राहकों को आसानी से मोबाइल नंबर मिल सकेंगे।
- टेलीकॉम संसाधनों का सही उपयोग होगा और अनावश्यक रूप से नए नंबरों की मांग कम होगी।
अगर आप अपना नंबर बनाए रखना चाहते हैं, तो इसे नियमित रूप से इस्तेमाल करते रहें। वरना, TRAI के नए नियम के तहत आपका नंबर किसी और को अलॉट किया जा सकता है।
STD कॉल करने के लिए अब “0” लगाना जरूरी
अगर आप लैंडलाइन से STD कॉल करते हैं, तो अब यह जरूरी होगा कि आप नंबर से पहले “0” डायल करें।
हालांकि, इन कॉलिंग पैटर्न में कोई बदलाव नहीं किया गया है:
- मोबाइल से मोबाइल कॉलिंग
- मोबाइल से लैंडलाइन कॉलिंग
- लैंडलाइन से मोबाइल कॉलिंग
इस बदलाव का मकसद कॉलिंग सिस्टम को ज्यादा व्यवस्थित और सुरक्षित बनाना है।
अब कॉल करने वाले का नाम भी दिखेगा! (CNAP सिस्टम)
TRAI ने सरकार को CNAP (Calling Name Presentation) सिस्टम लागू करने की सिफारिश की है।
इसका मतलब क्या है?
- जब कोई आपको कॉल करेगा, तो आपकी स्क्रीन पर उसका नाम भी दिखेगा।
- इससे स्पैम कॉल और साइबर फ्रॉड के मामलों में कमी आएगी।
- Truecaller जैसे थर्ड-पार्टी ऐप्स पर निर्भरता कम होगी।
यह एक बड़ा बदलाव होगा, जिससे कॉलिंग ज्यादा सुरक्षित और पारदर्शी बन जाएगी।
मोबाइल नंबर बंद करने के नए नियम
TRAI ने मोबाइल नंबर को निष्क्रिय (Deactivate) करने के लिए भी नए नियम लागू किए हैं।
अब:
- कोई भी नंबर 90 दिनों से पहले बंद नहीं किया जाएगा।
- अगर कोई नंबर लगातार 365 दिनों तक इस्तेमाल नहीं हुआ, तो उसे डिएक्टिवेट कर दिया जाएगा।
- उपभोक्ताओं को पहले से सूचना दी जाएगी, ताकि वे समय पर अपना नंबर एक्टिव कर सकें।
अगर आप चाहते हैं कि आपका नंबर बंद न हो, तो इसे कम से कम कुछ दिनों में एक बार जरूर इस्तेमाल करें।
M2M डिवाइसेस के लिए 13-अंकों वाले नंबर
अब जैसे-जैसे स्मार्ट डिवाइसेस और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) की मांग बढ़ रही है, वैसे ही M2M (Machine to Machine) कनेक्शनों के लिए अलग से 13-अंकों के नंबर जारी किए जाएंगे।
इसका फायदा:
- स्मार्ट डिवाइसेस के लिए खास मोबाइल नंबर मिलेंगे।
- टेलीकॉम नेटवर्क की मैनेजमेंट बेहतर होगी।
- स्मार्ट होम डिवाइसेस और अन्य कनेक्टेड डिवाइसेस को अलग से ट्रैक किया जा सकेगा।
TRAI के नए नियमों से मोबाइल नंबरिंग सिस्टम ज्यादा पारदर्शी और उपभोक्ता-हितैषी बन जाएगा।
अगर हम संक्षेप में बात करें, तो:
- मोबाइल नंबर बदलने पर कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लगेगा।
- पुराने और निष्क्रिय मोबाइल नंबरों को दोबारा अलॉट किया जाएगा।
- STD कॉल के लिए “0” लगाना जरूरी होगा।
- CNAP सिस्टम के तहत कॉल करने वाले का नाम स्क्रीन पर दिखेगा।
- 90 दिन से पहले कोई नंबर बंद नहीं किया जाएगा, और 365 दिन तक इस्तेमाल न होने पर ही डिएक्टिवेट होगा।
- M2M डिवाइसेस के लिए 13-अंकों के नंबर जारी किए जाएंगे।
अगर आप अपने नंबर को सुरक्षित रखना चाहते हैं, तो इसे समय-समय पर इस्तेमाल करते रहें। TRAI के नए नियमों का पालन करने से आपको बिना किसी परेशानी के मोबाइल सेवाओं का पूरा लाभ मिल सकेगा।