100 Rupees Note Update – आरबीआई ने 100 रुपये के नोट को लेकर एक नई गाइडलाइन जारी की है, जिसे जानना आपके लिए जरूरी हो सकता है। दरअसल, ये नोट काफी ज्यादा चलन में है और हर किसी की जेब में देखने को मिलता है। हाल ही में इसको लेकर कुछ शिकायतें सामने आई हैं, जिनमें कहा गया कि 100 रुपये के नोट खराब हो रहे हैं और लोगों को परेशानी हो रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए रिजर्व बैंक ने नए निर्देश जारी किए हैं।
नकली नोटों को लेकर बढ़ती चिंता
बैंकों में अक्सर नकली नोटों को लेकर परेशानियां सामने आती हैं। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के आगरा में सामने आया, जहां स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में नकली नोट जमा हो गए और बैंक के कर्मचारी भी इसे पहचान नहीं पाए। बाद में जब करेंसी चेस्ट में जांच हुई तो मामला सामने आया। इसके बाद आरबीआई ने इस पर सख्त कदम उठाते हुए निर्देश दिए कि नकली नोटों की पहचान को लेकर सतर्कता बरती जाए।
नकली नोट की पहचान कैसे करें?
अब सवाल यह आता है कि नकली नोटों की पहचान कैसे की जाए। कई बार लोग असली और नकली नोटों में फर्क नहीं कर पाते और धोखाधड़ी के शिकार हो जाते हैं।
सुरक्षा धागा
अगर आप नोट को लाइट के सामने रखते हैं, तो उसमें सुरक्षा धागा दिखाई देगा। 100 और 500 रुपये के नोटों में यह धागा अलग-अलग रंग में नजर आता है। यह नोट की असलियत को साबित करने का एक अहम तरीका है। 100 रुपये के नोट में सुरक्षा धागे पर ‘100’, ‘भारतीय रिजर्व बैंक’ और ‘RBI’ लिखा होता है।
लेटेंट इमेज
अगर आप नोट को आंखों के सामने थोड़ा तिरछा करके देखेंगे, तो आपको उस पर छुपी हुई इमेज दिखाई देगी। 100 रुपये के नोट पर महात्मा गांधी की तस्वीर के पास यह इमेज होती है, जो असली नोट की पहचान में मदद करती है।
अशोक स्तंभ और वाटरमार्क
100 रुपये के असली नोट की पहचान करने के लिए आप इसे छूकर भी महसूस कर सकते हैं। नोट पर अशोक स्तंभ और आरबीआई गवर्नर का हस्ताक्षर होता है। इसके अलावा, जब नोट को हल्का सा टेढ़ा किया जाता है, तो महात्मा गांधी का वाटरमार्क भी नजर आता है।
नोटों की छपाई में इस्तेमाल होने वाली खासियतें
भारतीय मुद्रा में कई तरह की खासियतें होती हैं, जो इसे नकली नोटों से अलग बनाती हैं।
फ्लोरोसेंट स्याही
अगर आप 100 रुपये के नोट को ध्यान से देखेंगे, तो उसके नंबर पैनल पर फ्लोरोसेंट स्याही का इस्तेमाल किया गया है, जो खास रोशनी में चमकती है। यह भी असली नोट की पहचान का एक महत्वपूर्ण तरीका है।
दृष्टिबाधित लोगों के लिए विशेष चिन्ह
100 रुपये का नोट एक त्रिकोणीय आकार के चिन्ह के साथ आता है, जिसे दृष्टिबाधित लोग आसानी से पहचान सकते हैं। इसी तरह अन्य नोटों पर भी अलग-अलग आकृतियां दी जाती हैं ताकि लोग इन्हें छूकर पहचान सकें।
नकली नोट मिलने पर क्या करें?
अगर आपके पास नकली नोट आ जाता है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। आप इसकी शिकायत बैंक में कर सकते हैं। बैंक नकली नोटों की जांच के लिए विशेष मशीनों का इस्तेमाल करता है। यदि कोई नकली नोट पाया जाता है, तो बैंक उसे जब्त कर लेता है और इसकी जानकारी आरबीआई को भेज दी जाती है।
100 रुपये का नोट बहुत आम है और इसका इस्तेमाल हर कोई करता है। ऐसे में इसकी पहचान और सुरक्षा को लेकर सतर्क रहना जरूरी है। आरबीआई द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार, यदि आप नकली नोटों से बचना चाहते हैं, तो ऊपर बताए गए तरीकों से असली नोट की पहचान करें। साथ ही, अगर आपको नकली नोट मिलता है, तो तुरंत बैंक को इसकी जानकारी दें। इस तरह की सतर्कता आपको किसी भी धोखाधड़ी से बचा सकती है।